छत्तीसगढ़: राजनांदगांव के एक गांव में 50 से ज्यादा बच्चों की अचानक बिगड़ी तबीयत, सभी को उल्टी-दस्त की शिकायत

By: Pinki Wed, 20 Oct 2021 2:56:39

छत्तीसगढ़: राजनांदगांव के एक गांव में 50 से ज्यादा बच्चों की अचानक बिगड़ी तबीयत, सभी को उल्टी-दस्त की शिकायत

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के राजनांदगांव जिले के खैरागढ़ विकासखंड अंतर्गत ग्राम गातापार कला में 50 बच्चों की तबीयत अचानक ही बिगड़ गई। बच्चों के अलावा 10 वयस्कों की भी तबीयत खराब हो गई है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार के बाद राजनांदगांव के शासकीय मेडिकल कॉलेज अस्पताल पेंड्री में 50 से अधिक बच्चों को भर्ती कराया गया है। जहां उनका इलाज जारी है। सभी को उल्टी और दस्त की शिकायत है। फिलहाल सभी खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं। जिला प्रशासन और स्वास्थ विभाग की टीम मामले की जांच कर रही है। बच्चों की बीमारी की सूचना प्रशासन को मिलते ही हड़कंप मच गया आनन-फानन में पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची और तत्काल सभी बच्चों को राजनांदगांव रेफर किया गया।

राजनांदगांव के गातापार कला मे बीते मंगलवार की देर शाम गांव से बच्चे गांव के सप्ताहिक बाजार में घूमने निकले हुए थे। वहां बच्चों ने भेल खाया। जिसके बाद रात में अचानक बच्चों को उल्टी दस्त की शिकायत शुरू हो गई। परिजनों ने आनन-फानन में बच्चों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के लिए पहुंचाया। तबीयत ठीक नहीं होने के कारण लगभग 50 बच्चों को राजनांदगांव स्थित मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचाया गया, जहां मेडिकल कॉलेज की टीम द्वारा उनका इलाज किया जा रहा है। वही सभी बच्चे खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं।

राजनांदगांव के सीएमएचओ डॉ मिथलेश चौधरी ने बताया कि प्रथम दृश्य पूरा मामला फूड प्वाइजनिंग का सामने आ रहा है। सभी बच्चे खतरे से बाहर है। वही पूरे मामले में ग्रामीणों का कहना है कि गांव में सिर्फ बच्चे ही बीमार नहीं हुए हैं बड़ों को भी यह समस्या आ रही है। संभवत गांव में पानी में भी समस्या हैं पानी के कारण भी बीमार हो सकते हैं, ऐसी ग्रामीणों की आशंका है।

हम WhatsApp पर हैं। नवीनतम समाचार अपडेट पाने के लिए हमारे चैनल से जुड़ें... https://whatsapp.com/channel/0029Va4Cm0aEquiJSIeUiN2i
पढ़ें Hindi News ऑनलाइन lifeberrys हिंदी की वेबसाइट पर। जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश से जुड़ीNews in Hindi

Home | About | Contact | Disclaimer| Privacy Policy

| | |

Copyright © 2024 lifeberrys.com